विवाहेत्तर भावनात्मक संबंध के सात चिन्ह

विवाह के पश्चात, अपने जीवनसाथी के अलावा किसी भी और व्यक्ति के साथ भावनात्मक संबंध एक खतरनाक चिन्ह हो सकता है कि आपका विवाह संबंध अब खतरे में आ गया है। सदियों से विवाह को सहेजा गया है ताकि समाज की सबसे बुनियादी ईकाई, परिवार छिन्न-भिन्न न हों। हालांकि कोई भी अपना परिवार व अपना पारिवारिक रिश्ता खराब नहीं करना चाहता लेकिन कब धीरे – धीरे फिसलते फिसलते वे उस स्थिति में पहुँच जाते हैं जहाँ से वापस जाना कई बार मुश्किल हो जाता है।

शुरुआत में बहुत सी बातें सामान्य और हानिरहित नज़र आती हैं। ऐसे में जब कोई टोकता है तो सुनने वाले को अच्छा नहीं लगता क्योंकि उसकी भावना या इच्छा किसी प्रकार के विवाहेत्तर संबंध या अनैतिक संबंध की नहीं होती है। शारीरिक संबंध ही अनैतिक हो यह ज़रूरी नहीं है बल्कि सिर्फ एक भावनात्मक संबंध भी हानिकारक हो सकता है जो अनैतिकता की तरफ बढ़ता चला जाता है।

विवाहेतर संबंध रातों-रात नहीं होते। जीवन में अनेक बदलाव इस बात की निशानी हो सकते हैं कि स्वयं आप या आपके जीवनसाथी एक ऐसे संबंध में पड़ गये हैं या पड़ने वाले हैं जो आपके विवाह को अस्थिर कर सकता है। ऐसे कौन से चिन्ह हो सकते हैं जिनसे पहचाना जा सके कि विपरीत लिंग के व्यक्ति के साथ हुई मित्रता एक भावनात्मक संबंध के चंगुल में बदलती जा रही है – उन दस चिन्हों के विषय में यहाँ बात करते हैं।

  1. आप किसी के साथ वो बातचीत करते हैं जो अपने जीवनसाथी से छुपाना चाहते हैं
  2. आप अपने जीवन साथी के अलावा किसी और विपरीत लिंग के साथी को लुभाने के लिये आकर्षक वस्त्र पहनते हैं
  3. आप ऐसे मौकों का इंतज़ार करते हैं या ऐसे मौके पैदा करते हैं जिससे आप किसी विपरीत लिंग के व्यक्ति के साथ एकांत में समय व्यतीत कर सकें
  4. आप अपनी चैट और ई-मेल आदि छुपाते हैं, डिलीट करते हैं, लॉक करते हैं ताकि आपके जीवन-साथी न देखें
  5. आप किसी और व्यक्ति के बारे में प्रेम-प्रसंगयुक्त विचार रखते हैं
  6. आप अपने जीवनसाथी की तुलना दूसरे व्यक्ति से करते रहते हैं
  7. आप किसी दूसरे व्यक्ति के साथ जीवन बिताने की कल्पना करते हैं या योजना बनाते हैं
  8. आप घर से बाहर अधिक समय बिताते हैं (ऑफिस आदि)
  9. आपको अपने जीवनसाथी के साथ समय बिताना, फोटो खिंचवाना आदि अच्छा नहीं लगता है
  10. आपका स्वभाव बदल रहा है और रहस्य, अनुपलब्धता, छिपाना, अनावश्यक खर्च आदि बढ़ गये हैं

विवाहेत्तर भावनात्मक संबंध के सात चिन्ह

आइये , अब थोड़ा सा विस्तार से इन विषयों के बारे में बात करें

आप किसी के साथ वो बातचीत करते हैं जो अपने जीवनसाथी से छुपाना चाहते हैं

यदि आप कभी भी ऐसी परिस्थिति में बार बार पड़ते हैं जब आपको लगता है कि अच्छा हुआ कि पत्नि ने नहीं देखा या आपको अपने मोबाइल की स्क्रीन अपने पति से छुपानी पड़ती है ताकि वो देख न लें। यदि आप ऐसे समय में विपरीत लिंग के अपने मित्र से बात करना पसंद करते हैं जब आपके जीवनसाथी आपको देख नहीं सकते तो यह एक स्पष्ट चिन्ह हो सकता है कि आप एक भावनात्मक संबंध में हैं। विपरीत लिंग के व्यक्ति के साथ मित्रता गलत बात नहीं है परंतु उसको छुपाना या उस मित्र से हो रही बातचीत को छुपाना एक गलत दिशा का संकेत हो सकता है। विवाह का संबंध विश्वास की नींव पर खड़ा होता है और छुपाने की इच्छा उस नींव पर पहला वार हो सकती है।

आप अपने जीवन साथी के अलावा किसी विपरीत लिंग के साथी को लुभाने के लिये आकर्षक वस्त्र पहनते हैं

शादी का कुछ अर्सा बीतने के बाद कई बार स्वाभाविक रूप से एक दूसरे को हम बहुत अंतरंग रूप से जान लेते हैं और इसलिये कई बार बाहरी सौंदर्य हमें एक-दूसरे की तरफ अब उतना आकर्षित नहीं करता है। लेकिन जब किसी विपरीत लिंग के किसी मित्र के लिये, अर्थात पत्नि को किसी दूसरे पुरुष के लिये या पति को किसी दूसरी स्त्री के लिये आकर्षण होने लगता है, तो वह अपने कपड़े, मेक-अप आदि पहनावे पर अत्यधिक ध्यान देने लगते हैं। अच्छा और आकर्षक लगने का एक रोमांच दिल में पैदा हो जाता है। पुरुषों में अपने माँसल-शरीर के लिये एक नई इच्छा हो सकती है जिसका कारण किसी स्त्री के प्रति हो तो यह एक चिन्ह है कि आप किसी से विवाहेत्तर भावनात्मक संबंध में पड़ने लगे हैं। बिना ऐसे किसी कारण के एक-दूसरे के लिये सजना-सँवरना अच्छे वैवाहिक संबंध की निशानी भी हो सकती है।

आप ऐसे मौकों का इंतज़ार करते हैं या ऐसे मौके पैदा करते हैं जिससे आप किसी विपरीत लिंग के व्यक्ति के साथ एकांत में समय व्यतीत कर सकें

यदि किसी से मिलने के लिये आप विशेष प्रयास करते हैं ताकि उस विपरीत लिंग के मित्र से अनायास ही आपकी मुलाकात हो जाये तो यह एक भावनात्मक संबंध की शुरूआत का चिन्ह हो सकता है। हाँ, यदि जानबूझकर आप उस व्यक्ति से योजना बनाकर छिपकर मिलने लगे हैं तो यह सिर्फ चिन्ह नहीं है बल्कि विवाहेत्तर संबंध की स्पष्ट निशानी है। याद रखें, कि यौन संबंध होने पर ही उसे अनैतिक नहीं मानना चाहिये बल्कि भावनात्मक संबंध की शुरुआत को ही अनैतिक समझकर दूर हो जाना चाहिये अन्यथा बात आगे बढ़ना लाजिमी है।

आप अपनी चैट और ई-मेल आदि छुपाते हैं, डिलीट करते हैं, लॉक करते हैं ताकि आपके जीवन-साथी न देखें

यदि आप अपनी कॉल डीटेल मिटाते हैं, मोबाइल फोन से चैट हटाते हैं, ईमेल डीलीट करते हैं ताकि आपके जीवनसाथी को कुछ भी शक करने लायक न मिले तो यह एक चिन्ह है कि भावनात्मक संबंध की शुरूआत हो चुकी है। ऐसा होने पर अपना फोन लॉक रखना और पासवर्ड अपने जीवनसाथी को न बताना ज़रूरी लगने लगता है क्योंकि आपकी जानकारी के बिना यदि कोई टैक्सट या चैट या ई-मेल आई हो तो आप नहीं चाहते कि आपके जीवनसाथी उसे देख लें – और इसलिये डर की एक भावना अंदर रहने लगती है। फोन को एक दूसरे के साथ साझा करना कम या बंद हो जाता है। यह विवाहेतर संबंध की निशानी है।

आप किसी और व्यक्ति के बारे में प्रेम-प्रसंगयुक्त विचार रखते हैं

कोई भी काम करने से पहले उसका तानाबाना दिमाग में बुना जाता है। शारीरिक संबंध या यौन संबंध तक पहुँचने से बहुत पहले भावनात्मक संबंध की शुरूआत हो जाती है। जब आप अपने जीवनसाथी के अलावा किसी और के बारे में प्रेम भावना या कामुक विचार रखने लगते हैं, उसके बारे में कल्पना करते हैं तो यह एक खतरनाक चिन्ह है जो दिखाता है कि आप फिसलने की कगार पर हैं।

आप अपने जीवनसाथी की तुलना दूसरे व्यक्ति से करते रहते हैं

मन ही मन जब आप अपने जीवनसाथी की तुलना अपने उस खास विपरीत लिंग के मित्र से करने लगते हैं तो यह एक भावनात्मक संबंध की शुरूआत का लक्षण होता है। यदि आपके संबंध आपके जीवनसाथी के साथ काफी खुले हैं तो आप कहकर भी उन कारकों को उन्हें बताने लगते हैं जिसमें आप अपने विशेष मित्र को बेहतर पाते हैं। जब भावनात्मक संबंध शुरू हो जाता है तो आपको उस व्यक्ति में कोई दोष नज़र नहीं आता और उसकी तुलना में अपने जीवनसाथी में काफी खामियाँ दिखने लगती है। यदि अपनी महिला-मित्र की कल्पना करते हुए आप अपनी पत्नि को नीचा दिखाते हैं तो यह आपके वैवाहिक संबंध में ज़हर घोल सकता है।

आप किसी दूसरे व्यक्ति के साथ जीवन बिताने की कल्पना करते हैं या योजना बनाते हैं

आपकी कल्पनाओं में यह बात आने लगी है कि यदि आप अपने उस विशेष-मित्र के साथ जीवन बिताते तो जीवन कहीं और सुंदर होता और यदि आप कल्पनाओं में एक अन्य जीवन की कल्पना कर रोमांचित होने लगे हैं तो यह आपके लिए संभलने का आखिरी मौका हो सकता है। यदि आप अपने अभी के जीवन को सुंदर नहीं पाते और उसको सुंदर बनाने के लिये कोई प्रयास नहीं करते हैं तो वो दूसरा जीवन भी, जिसकी कल्पना आप करते हैं, वह कभी सुंदर नहीं हो सकता। थोड़े समय में वह संबंध भी ऐसा ही बोझिल लग सकता है और फिर किसी दूसरे व्यक्ति में आपको रोमांच नज़र आ सकता है। उस कल्पना को बंद कर तुरंत उस भावनात्मक संबंध से बाहर आइये और अपने जीवन को सुंदर बनाने का एक प्रयास करिये।

इसके अलावा कुछ और भी लक्षण हैं जो उस भावनात्मक संबंध की संभावना से आगे निकलकर एक सच्चाई बन चुकने को प्रमाणित करते हैं। ऐसे कुछ चिन्होंं को भी देखिये।
आप घर से बाहर अधिक समय बिताते हैं

आपको समय से घर जाना अच्छा नहीं लगता और अपने जीवनसाथी के साथ समय बिताना अच्छा नहीं लगता इसलिये आप बाहर अधिक समय बिताने लगते हैं। हो सकता है कि आप ऑफिस में ही किसी के साथ विवाहेत्तर संबंध में हों तो आप ऑफिस में अधिक समय बिताने लगते हैं। या ऑफिस के बाद अपने विशेष मित्र से मिलने में आप समय बिताते हैं और इसलिये घर देर से पहुँचना यदि आपकी आदत बन चुका है तो आप एक विवाहेतर संंबध में हैं।

आपको अपने जीवनसाथी के साथ समय बिताना, फोटो खिंचवाना आदि अच्छा नहीं लगता है

किसी किसी को फोटो खिंचवाना अच्छा न लगता हो यह संभव है लेकिन बाकी सबके साथ आप खुशी से फोटो खिंचवाते हैं परंतु अपने जीवनसाथी के साथ ही फोटो खिंचवाना आपको अच्छा नहीं लगता। फेसबुक आदि सोशल मीडिया पर ऐसी फोटो शेयर करने से आपको डर लगता है या अच्छा नहीं लगता क्योंकि मन में यह बात है कि आपके विशेष-मित्र ने देखा तो उसे बुरा लगेगा। इस प्रकार अपने जीवनसाथी से बढ़कर दूसरे की खुशी जब आपके लिये महत्वपूर्ण हो जाये और अपने जीवनसाथी के साथ समय बिताना और उन यादों को सहेजना जब आपको अच्छा नहीं लगता तो यह विवाहेत्तर संबंध की निशानी है।

आपका स्वभाव बदल रहा है और रहस्य, अनुपलब्धता, छिपाना, अनावश्यक खर्च आदि बढ़ गये हैं

एकाएक आपके स्वभाव में कुछ परिवर्तन आयें तो यह एक भावनात्मक संबंध की शुरूआत की निशानी हो सकती है। धीरे धीरे रहस्यमय स्वभाव रखना और चीज़ों को छुपाना, मोबाइल से चिपके रहना, अपने जीवनसाथी के लिये समय न देना और उसके लिये अनुपलब्ध होना आदि अनेक नकारात्मक गुण आपके स्वभाव में आ जाते हैं। कभी कभी गलती करने वाले को इस बात का अहसास नहीं होता कि यह सब गुण उसमें दिखने लगे हैं और वे अपनी डेढ़ होशियारी में इन चिन्हों को लगातार नज़रअंदाज़ करते रहते हैं जो सबकी नज़र में आने लगते हैं। ऐसा करके आप स्वयं अपनी इज़्ज़त पर मिट्टी डालने का काम करते हैं और साथ ही साथ अपने वैवाहिक संबंध को ताबूत में डालकर उस पर आखिरी कीलें जड़ने की ओर बढ़ते जाते हैं।

इन सारे चिन्हों में से कुछ या सभी चिन्हों को आप अपने जीवन में देखते हैं तो तुरंत सावधान हो जाइये। समाज और ईश्वर की नज़र में विवाह एक बहुत पवित्र चीज़ है, इससे खेलना बंद करिये। यदि आपने अभी तक अपनी सीमायें नहीं लाँघी हैं तो तुरंत सावधान हो जाइये और ऐसे संबंध को विच्छेद करिये। यदि आप काफी आगे बढ़ चुके हैं और परिवार में झगड़े होने लगे हैं तो तुरंत एक पारिवारिक सलाह केंद्र से संपर्क करिये और सलाह लीजिये और मिलकर अपने रिश्ते को फिर से सँवारने का प्रयास करिये।